मुंबई। पीएनबी महाघोटाले की आग देश के दो बड़े प्राइवेट बैंकों की सीईओ पर भी पहुंच गई है। एसएफआईओ यानी सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन आॅफिस में आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर और एक्सिस बैंक की सीईओ शिखा शर्मा को समन जारी करने के बाद
मंगलवार को सीबीआई ने पूछताछ की।
ये दोनों ही टॉप बैंक अधिकारी उस कंसोर्टियम की सदस्य थीं, जिन्होंने नीरव मोदी के मामा मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि ग्रुप के लिए
3280 करोड़ रुपए के बैंक लोन की मंजूरी दी थी।
मेहुल चोकसी की कंपनियों के बारे में हो रही पूछताछ
एसएफआईओ की तरफ से कहा गया है कि आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक से इस मामले में जानकारी ली जाएगी। दोनों बैंकों के प्रमुख से इसी मामले में पूछताछ हो रही है। एसएफआईओ ने इन दोनों के अलावा पीएनबी के एमडी सुनील मेहता को भी समन भेजा है, उन्हें बुधवार को पेश होने के लिए कहा गया है।
सीबीआई ने किया खुलासा
सीबीआई ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि यह घोटाला 2010 से बैंक में चल रहा था, जिसकी भनक पिछले 8 सालों में किसी को नहीं लगी। इस घोटाले का जनवरी में पर्दाफाश होने के बाद कई बैंकों को अरबों रुपए का चूना लगा है।
चितालिया 17 तक रिमांड पर
विपुल चितालिया को स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने चितालिया को पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है। कोर्ट ने चितालिया को 17 मार्च तक सीबीआई रिमांड में भेज दिया गया है। सीबीआई ने चितालिया से घंटों पूछताछ की, बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया। हीरा कारोबारी नीरव और उसके मामा मेहुल चोकसी पर पीएनबी के साथ 12,700 करोड़ रुपए के लोन फ्रॉड का आरोप है।