मुंबई। देश के दूसरे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बताया है कि सेलेब्रेटी ज्वेलरी डिजाइनर नीरव मोदी ने 11,700 करोड़ रुपए की नहीं बल्कि करीब 12,700 करोड़ रुपए की फर्जी लेनदेन की है। पीएनबी ने देर रात बीएसई को यह जानकारी दी कि इस फर्जी लेनदेन में 204.25 मिलियन डॉलर यानी करीब 1,300 करोड़ रुपए की राशि बढ़ने की संभावना है।
यह दूसरी बार है जब पीएनबी ने घोटाले की अनुमानित राशि बढाई है। पीएनबी ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर अपने निदेशक मंडल और बीएसई तथा एनएसई को पांच फरवरी को 280.70 करोड़ रुपए की धोखधड़ी की जानकारी दी दी। लेकिन, आगे की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद यह राशि बढाकर 11,394.02 करोड रुपए (1.77 अरब डॉलर) की गई। इसी के बाद 13 फरवरी की शाम को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में एफआईआर दर्ज कराया गया और अगले दिन 14 फरवरी की सुबह दोनों शेयर बाजारों को इस बाबत जानकारी दी गई।
पीएनबी की इस घोषणा के बाद बीएसई में उसके शेयरों ने तेज गोता लगाया। फिलहाल बैंक के शेयर 11.53 प्रतिशत टूटकर 20 माह के निचले स्तर पर आ गए हैं। इस मामले में संलिप्त गीतांजलि जेम्स के शेयर 4.87 फीसदी लुढ़के हैं। इसी बीच नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार डायमंड इंक ने आपूर्ति श्रृंखला की चुनौतियों और तरलता का हवाला देते हुए अमेरिका के न्यूयॉर्क में दिवालिया होने की अपील दायर की है।