मुंबई। पंजाब नेशनल बैंक में हुए घोटाले का असर अब पीएनबी समेत अन्य बैंकों पर भी पड़ता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि 'स्विफ्ट' नेटवर्क के इस्तेमाल के नियम सख्त कर दिए गए हैं। अब केवल अधिकारी 'स्विफ्ट' पर मैसेज जनरेट कर सकेंगे। मैसेज जनरेट करने, वेरिफाई करने और उसे अथॉराइज करने वाले तीन अलग-अलग अधिकारी होंगे। इसके पहले तक दो अधिकारी या क्लर्क इसे जनरेट करते थे। इस बारे में 17 फरवरी को बैंक के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को मेमो भेजा गया है। आने वाले गुरुवार से इस पर अमल के निर्देश दिए गए हैं।
पीएनबी ने तो मुंबई में एक नई ट्रेजरी डिवीजन भी बनाई है। यह डिविजन ब्रांच के जिम्मे 'स्विफ्ट' के जरिए भेजे जाने वाले मैसेज को री-अथॉराइज करने का जिम्मा होगा। यही नहीं, अगर कोई मैसेज रिजेक्ट किया जाता है तो उसका रिकॉर्ड रखना पड़ेगा, ताकि उसकी ऑडिटिंग की जा सके।
बता दें कि 'स्विफ्ट' अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य एक मैसेजिंग नेटवर्क है। जब बैंकों के बीच लेन-देन होता है तब इसकी सूचना स्विफ्ट के जरिए भेजी जाती है। पीएनबी के ब्रेडी हाउस ब्रांच के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के जो एलओयू जारी करता था, उसकी सूचना वह दूसरे बैंकों को 'स्विफ्ट' के जरिए ही देता था।