मुंबई। पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी के आरोप में परावर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरूवार को आभूषण कारोबारी नीरव मोदी के शोरूम, घर और ऑफिस में छापा मारा है। नीरव मोदी जिस ऑफिस और शोरूम में छापा पड़ा है वो मुंबई के काला घोड़ा में स्थित है।
यहां भी छापेमारी
इसके अलावा ईडी ने नीरव मोदी के सूरत में तीन जगहों पर, मुंबई में चार, और दिल्ली में दो जगह पर छापेमारे की है। अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी ने बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र हासिल कर अन्य भारतीय कर्जदाताओं से विदेशी कर्ज हासिल किया।
नीरव मोदी का घर सील
इस मामले में अरबपति नीरव मोदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। ईडी ने देशभर में कई जगह छापेमारी की। छापेमारी के बाद सीबीआई ने मुंबई के हाजी अली दरगाह के पास वर्ली में स्थित नीरव मोदी का घर भी सील कर दिया है।
1.77 अरब डॉलर का फर्जीवाड़ा
गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने करीब 1.77 अरब डॉलर का फर्जीवाड़ा पकड़ा है। पंजाब नेशनल बैंक ने मुंबई की एक शाखा से धोखाधड़ी वाले लेनदेन को पकड़ा है जो कुछ चुने हुए अकाउंट होल्डर को फायदा पहुंचा रहा था। बैंक ने बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज को इसकी जानकारी दी है।
6 महीने में लौटा दूंगा पैसे
नीरव मोदी ने इस दौरान पंजाब नेशनल बैंक को एम पत्र लिखा है। पत्र में मोदीन ने कहा कि वह सभी पैसे लौटाने को तैयार हैं। पैसे लौटाने के लिए मोदी ने 6 महीने का समय मांगा है। उन्होंने कहा है कि वह फायर स्टार डायमंड्स के जरिए पैसे लौटा दूंगा, जिसकी कीमत 6400 करोड़ रुपए है।
दो पर एफआईआर 10 कर्मचारी सस्पेंड
बैंक ने इस धोखाधड़ी में शामिल दो अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में बैंक के 10 कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। साथ ही बैंक की आंतरिक कमेटी भी मामले की जांच कर रही है। इस खबर के बाद पीएनबी के शेयरों में 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है।
इस तरह हुआ फर्जीवाड़ा
पंजाब नेशनल बैंक ने 5 फरवरी को सीबीआई को लगभग 280 करोड़ रुपए के फर्जी ट्रांजैक्शन का मामला सुपुर्द किया था। इस मामले की जांच सीबीआई कर ही रही थी कि बैंक के मुंबई स्थिति महज एक ब्रांच से आई फजीर्वाड़े की सूचना ने बैंक को 11,360 करोड़ रुपए के अतिरिक्त नुकसान में ला दिया। हालांकि बैंक को अभी यह साफ करना बाकी है कि 5 फरवरी को सीबीआई को सूचित किया गया 280 करोड़ रुपए का फजीर्वाड़ा इस नए फजीर्वाड़े से अलग है या दोनों मामले जुड़े हुए हैं।
खाताधारकों को 100 पर 30 रुपए का नुकसान
- इस महाघोटाले के बाद एक अनुमान के मुताबिक पीएनबी के आम खाताधारक को भी बैंक में जमा उसके 100 रुपए में 30 रुपए का नुकसान झेलना पड़ेगा।
- फजीर्वाड़ा कर बैंक को जो चपत लगाई गई यह रकम शेयर बाजार में बैंक के कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन का लगभग एक तिहाई है।
ग्राहकों को इसलिए है नुकसान
- यदि अपनी सूचना में पीएनबी किसी फर्जी ट्रांजैक्शन का हवाला दे रही है तो इसका साफ मतलब है बैंक के पास इस होने वाले ट्रांजैक्शन की कोई सूचना उपलब्ध नहीं है लिहाजा वह यह जानने में सक्षम नहीं है कि बैंक से ट्रांजैक्शन के जरिये पैसा कहां पहुंच गया है।
निवेशकों को हुआ इतना नुकसान
पीएनबी का शेयर बुधवार दोपहर बाद 8.77 फीसदी गिरकर 174.30 रुपए के निचले स्तर पर आ गया। स्टॉक्स में गिरावट से निवेशकों के 3400 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। इससे बैंकिंग स्टॉक में कमजोरी देखने को मिली। वहीं प्रमुख शेयर जैसे एसबीआई, ओएनजीसी, आईटीसी, मारूति, इंफोसिस भी गिरावट के साथ बंद हुए।
खाताधारकों का पैसा बैंक से हुआ साफ
आमतौर पर किसी भी बैंक के पास दो सूत्रों से पैसे का आदान-प्रदान होता है। पहला आरबीआई और दूसरा बैंक के ग्राहक जो अपना पैसा ब्याज के लिए अपने खाते में जमा कराते हैं। हालांकि कॉरपोरेट जगत से शेयर होल्डर का पैसा भी बैंक में जमा रहता है। मौजूदा मामला में बैंक ने फर्जी ट्रांजैक्शन का हवाला देते हुए 11,360 करोड़ रुपये की चपत की सूचना दी है लिहाजा यह साफ है कि यह पैसा शेयर होल्डर की तरफ से जमा कराया नहीं है। साथ ही न तो यह रुपया आरबीआई की तरफ से कैश रिजर्व रेशियो को बनाए रखने के लिए बैंक को दिया गया है। लिहाजा, एक बात साफ है कि फर्जी ट्रांजैक्शन से यदि किसी के पैसे को नुकसान पहुंचा है तो वह बैंक में जमा लाखों सामान्य खाता धारकों का पैसा है।
बैंक ने की नीरव मोदी की शिकायत
पीएनबी ने सीबीआई के पास 177.17 करोड़ डॉलर के संदिग्ध लेनदेन के बारे में अरबपति आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और एक आभूषण कंपनी के खिलाफ अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई हैं। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को संदिग्ध लेनदेन के बारे में मंगलवार देर रात शिकायतें मिली थीं। इस संदिग्ध लेनदेन का पता सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने स्वयं लगाया था। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध लेनदेन बैंकों की शाखाओं से किए जाने की शिकायतें मिलीं । आरोपों की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई के बारे में जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
पहले से है एक मामला
सीबीआई सूत्रों ने इतर कोई और जानकारी देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि इससे जांच में बाधा आ सकती है। सीबीआई के अनुसार, पीएनबी से मिली एक अन्य शिकायत को लेकर सीबीआई पहले ही नीरव मोदी के खिलाफ जांच कर रही है।
सभी बैंकों से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
पीएनबी में फ्रॉड का मामला सामने आने के बाद वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों से इस मामले से जुड़े या हाल में हुए इस तरह के दूसरे मामलों पर रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने इस हफ्ते के आखिर तक यह स्टेटस रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने कहा है कि संदिग्ध अकाउंट की स्क्रूटनी हो और जीरो टॉलरेंस के साथ धोखाधड़ी के मामलों में उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
बैंकों की मुश्किल बढ़ी
पहले से ही एनपीए की समस्या से जूझ रहे सरकारी बैंकों के लिए इस तरह के फ्रॉड के मामले नई मुसीबत बन सकते हैं। सिर्फ दिसंबर तिमाही में बैंकों का एनपीए 34.5 फीसदी बढ़ गया है। रेटिंग एजेंसी इकरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एसेट क्वालिटी को लेकर बैंकों की समस्या अभी हल होती नहीं दिख रही है।