नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी एडनॉक के साथ जाकुम तेल क्षेत्र में हिस्सेदारी खरीदने के लिए हुए समझौते से देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी और सालाना 17.5 लाख तथा 40 साल में सात करोड़ टन कच्चा तेल सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान 10 फरवरी को एडनॉक के साथ दो प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनके बारे में जानकारी देते हुए पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि पहले समझौते के तहत अबुधाबी के निचले जाकुम तेल क्षेत्र में भारतीय कंसोर्टियम को 10 प्रतिशत हिस्सेदारी मिल जायेगी। इस कंसोर्टियम में ओएनजीसी विदेश, इंडियन आॅयल कॉर्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम रिसोर्सेज लिमिटेड शामिल हैं। यह समझौता 09 मार्च से प्रभावी हो जाएगा। इंडियन स्ट्रेटिजिक पेट्रोलियम रिजर्वस लिमिटेड के साथ किए दूसरे समझौते के तहत एडनॉक 40 करोड़ डॉलर का निवेश कर मेंगलुरु स्थिति कच्चा तेल भंडार को भरेगा। श्री प्रधान ने बताया कि 7.5 लाख टन भंडार में मई तक एडनॉक का तेल आना शुरू हो जाएगा। देश में कच्चा तेल के तीन रणनीतिक भंडार हैं जिनकी कुल क्षमता 10 दिन के लिए देश की कच्चा तेल जरूरतों को पूरा करने की है।