मुंबई। तेल आयातकों और बैंकों की डॉलर लिवाली से अंतरबैंकिग मुद्रा बाजार में रुपया 15 पैसे लुढ़ककर 64.40 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया। घरेलू शेयर बाजार की गिरावट और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के बिकवाल बने रहने का दबाव भी भारतीय मुद्रा पर रहा। भारतीय मुद्रा चार दिनों की गिरावट से उबरकर गत दिवस तीन पैसे की तेजी में 64.25 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई थी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढाए जाने की संभावना मजबूत होने से दुनिया भर के अधिकतर शेयर बाजार लाल निशान में रहे।
एफपीआई ने पूंजी बाजार से 35.63 करोड़ डॉलर के शेयर और डेट बेचे। हालांकि, दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में गिरावट दर्ज की गयी है, लेकिन शेयर बाजारों की गिरावट तथा आयातकों की डॉलर लिवाली के दबाव में रुपया 13 पैसे कमजोर पड़कर 64.38 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान 64.29 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम और 64.44 रुपए प्रति डॉलर के निचले स्तर से होती हुई भारतीय मुद्रा अंतत: 15 पैसे की गिरावट में 64.40 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई।