नई दिल्ली। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश में पेट्रोल डीजल की कीमत धीरे-धीरे घटनी चाहिए। प्रधान ने यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब बाजार उपभोक्ता केंद्रित हो रहा है। साथ ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से तेल उत्पादक कंपनियों की लगात कम होनी चाहिए और पेट्रोल-डीजल के दाम घटने चाहिए। उन्होंने कहा "एक समय था जब उत्पादकों की चलती थी। धीरे-धीरे पेंडुलम घूम रहा है और बाजार उपभोक्ता केंद्रित हो रहा है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उपभोक्ता धीरे-धीरे बाजार का रुख तय करना शुरू कर देंगे। इसके बावजूद यह अंतर्राष्ट्रीय कॅमोडिटी है और इस पर कई आर्थिक तथा भू-राजनीतिक कारकों का प्रभाव होता है। उन्होंने कहा कि पहले तो कंपनियों की मजबूरी थी, लेकिन अब विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की मदद से लागत कम कर कीमत घटाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि वैकल्पिक ईंधनों के आने से भी पेट्रोलियम कंपनियों पर दबाव पड़ेगा और वे कीमतें घटायेंगी। सरकार द्वारा दोनों जीवाश्म ईंधनों पर उत्पाद शुल्क में कमी नहीं किये जाने के बारे में पूछे जाने पर श्री प्रधान ने कहा कि सरकार पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर उज्ज्वला योजना, रिफाइनरी क्षमता विस्तार, सड़कों के विकास आदि पर खर्च कर रही है। ये सारे विकास के कार्य हैं।