जेनेवा। भारतीय विमानन उद्योग घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं की संख्या के लिहाज से वर्ष 2025 तक ब्रिटेन को पछाड़ कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन जाएगा। पिछले लगभग तीन साल के दौरान 20 प्रतिशत सालाना से ज्यादा की गति से बढ़ रहा घरेलू विमानन उद्योग पहले ही दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुँच चुका है। भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों तथा यहाँ से विदेश यात्राओं पर जाने वालों की बढ़ती संख्या को देखते हुये वर्ष 2025 तक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मार्गों पर यात्रियों की संख्या के लिहाज से भी वह तीसरे नंबर पर पहुँच जायेगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईटा) की रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा समय में अमेरिका, चीन और ब्रिटेन के बाद चौथे नंबर पर मौजूद भारत वर्ष 2025 तक ब्रिटेन को पीछे छोड़ देगा।
साथ ही वर्ष 2030 तक इंडोनेशिया भी ब्रिटेन का पीछे छोड़ देगा। रिपोर्ट में अगले 20 साल में हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि के बारे में जारी पूर्वानुमान जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि वर्ष 2036 तक भारत में हवाई यात्रा करने वालों की सालाना संख्या बढ़कर 47.8 करोड़ पर पहुँच जायेगी। वर्ष 2016 में यह 14.1 करोड़ रही थी। इस दौरान चीन भी अमेरिका को पीछे छोड़ देगा। चीन में हवाई यात्रियों की संख्या 20 साल में 92.1 करोड़ से बढ़कर डेढ़ अरब और अमेरिका में 40.1 करोड़ से बढ़कर एक अरब 10 करोड़ पर पहुँच जायेगी।