नई दिल्ली। कैबिनेट बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ देश की अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि पहली तिमाही के जीडीपी आंकड़े आने के बाद हमने कहा था कि अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। पिछले कुछ सप्ताहों के अंदर अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार के भीतर काफी विश्लेषण हुआ। वित्त मंत्रालय की प्रधानमंत्री के साथ बैठक हुई।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले तीन सालों से भारत दुनिया की सबसे तेज गति से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। जब कुछ बड़े बदलाव आते हैं, तो सीमित समय में उसके कुछ असर सामने आते हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसके फायदे सामने आते हैं। लेकिन विस्तृत रूप से यह तय है कि देश की अर्थव्यवस्था की बुनियाद काफी मजबूत है।
जेटली ने कहा कि देश की आर्थिक नीतियों और इसके सुधार को लेकर सरकार में पिछले दिनों काफी विचार विमर्श हुआ है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से लगातार आगे बढ़ रही है।
देश की आर्थिकी को लेकर आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष गर्ग ने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से वर्तमान अर्थव्यवस्था, मंहगाई, जीएसटी समेत कई मसलों को लेकर आंकड़े पेश किए।
आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार आ रहा है
अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में वित्त मंत्रालय की ओर से एक प्रेंजेटशन दिया गया. इसमें बताया गया कि आम आदमी के जीवन स्तर में कैसे सुधार आ रहा है। महंगाई को काबू रखने में सफलता मिली है. विदेशी मुद्रा का भंडार रिकॉर्ड 400 अरब डॉलर के स्तर तक गया। वित्तीय घाटा के मोर्चे पर उल्लेखनीय प्रगति हुई है। जीडीपी में आगे तेजी आने की उम्मीद है।
क्या है भारतमाला प्रोजेक्ट
भारत माला देश के सरहदी इलाकों में माला के आकार में सड़कों का नेटवर्क तैयार करने की परियोजना है। केंद्र सरकार ने भारत को माता के रूप में सोचते हुए गले में माला पहनाने की कल्पना की है। भारत माला प्रोजेक्ट मुकम्मल होने पर पूर्व, दक्षिण, पश्चिम और उत्तर भारत की रोड कनेक्टिविटी एक माला के रूप में नजर आएगी।
34,800 किलोमीटर की सड़कें बनाई जाएंगी
सरकार ने भारतमाला प्रोजेक्ट का ऐलान करते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत 2022 तक 34,800 किमी तक सड़क निर्माण करेगी। वित्तमंत्रालय ने बताया कि 9 हजार किलोमीटर के इकनॉमिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे। पूर्वी और पश्चिम बॉर्डर पर 3,300 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा।
GST लागू होने से करप्शन मे कमी आई
सरकार ने दावा किया है कि जीएसटी के लागू होने से करप्शन में कमी आई है। आर्थिक सचिव ने कहा कि इस साल महंगाई दर 3.5 फीसदी रहने का अनुमान है। सड़क निर्माण के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। सड़क, रेलवे, पावर, हाउसिंग, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार का पूरा फोकस है। रोजगार पैदा करने पर भी विशेष ध्यान है।
मोदी सरकार ने रखा तीन साल का रिपोर्ट कार्ड
- विदेशी पूंजी निवेश बढ़ कर 400 बिलियन डॉलर हुआ।
- जीएसटी सबसे बड़ा सुधार। इसके अलावा नोटबंदी, काले धन पर नकेल भी कसने में रहे कामयाब।
- जीएसटी से भ्रष्टाचार में कमी आई है।
महंगाई में कमी आई
जेटली ने कहा- जहां तेजी से जरूरत होगी, वहांतेजी से काम होगा। तीन साल में महंगाई में कमी आई है। तीन साल में देश का विकास तेजी से हुआ।
7.5 फीसदी रही है जीडीपी विकास दर
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले तीन साल के दौरान जीडीपी की औसत दर 7.5 फीसदी रही। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत में विश्वास बढ़ा है। अर्थव्यवस्था का बुनियादी ढांचा काफी मजबूत है।