नई दिल्ली। प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम के मुताबिक वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) व्यवस्था में शादियों का बजट बढ़ने जा रहा है। जीएसटी लागू होने के बाद नवंबर से शुरू होने जा रहे शादियों के मौसम के लिए टेंट बुकिंग, शादी के लिए हॉल की बुकिंग, फोटोग्राफी, खाने-पीने की सेवाएं सभी 10 से 15 प्रतिशत तक महंगी हो जाएंगी। एसोचैम के मुताबिक, जीएसटी के दायरे में आने के बाद शादियों से जुड़ी ज़्यादातर सेवाए महंगी हो जाएंगी। शादी की ख़रीददारी हो, टेंट की बुकिंग हो या फिर कैटरिंग सेवाएं जीएसटी में ज़्यादातर सेवाओं पर 18 से 28 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा. इस वजह से शादियों का ख़र्च बढ़ जाएगा।
उद्योग मंडल द्वारा जीएसटी और शादियों पर तैयार दस्तावेज़ में कहा गया है कि इससे पहले टेंट लगाने वाले, खान-पान सेवाएं जैसे हलवाई, चाट-पकौड़ी देने वाले बिना पंजीकरण के ही काम करते थे और गैर-पंजीकृत बिल पर काम करते रहे हैं जिस पर उन्हें कोई कर नहीं देना होता था।बीते 21 अक्टूबर को खुदरा व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिवाली के समय हुए कारोबार का आंकड़ा पेश किया।
संगठन के अनुसार, इस साल नोटबंदी तथा जीएसटी के कारण दिवाली पर होने वाले कारोबार की तस्वीर बदली हुई थी।संगठन का दावा है कि इस दीपावली बिक्री में पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत की गिरावट आई और यह पिछले 10 सालों की सबसे सुस्त दीपावली मानी जा रही है।बहरहाल उद्योग मंडल एसोचैम के दस्तावेज़ के मुताबिक नोटबंदी के बाद जीएसटी लागू होने से शादियों की ख़रीददारी महंगी हुई है।आभूषणों की ख़रीददारी से लेकर ब्यूटी पार्लर, फोटोग्राफी, होटल और शादी के लिए हॉल बुक कराना महंगा हुआ है।