नई दिल्ली। बाजार में नकदी की तंगी के कारण दिवाली महोत्सव शुरू होने के बावजूद आज धनतेरस पर खुदरा बाजारों में मंदी का माहौल बना रहा।दिवाली महोत्सव के पहले दिन धनतेरस को बेहद शुभ दिन माना जाता है और इस दिन सोना-चांदी, बर्तन, रसोई के सामान आदि की खरीदारी जमकर होती है। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ ने आज यहां बताया कि बाजारों में सुस्ती का माहौल है और उपभोक्ताओं का बाजारों की और रूख बेहद कम रहा। व्यापारियों के लिए यह दिवाली गत दस वर्षों में अब तक की सबसे मंदी दिवाली साबित हो रही है।
बाजार के जानकारों को कहना है कि इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले दिवाली व्यापार में गिरावट 50 प्रतिशत तक पहुँचने की आशंका है।व्यापारियों ने सरकार से बाजार में नकदी बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने और कम ब्याज दर पर आसान ऋण उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।आम तौर पर धनतेरस पर सोने और चांदी के भावों में तेजी होती है लेकिन इस बार पिछले कई दिनों से इनमें कोई ख़ास परिवर्तन नहीं आया है। सर्राफा बाजारों में सोने का भाव रुपये 30 ,500 प्रति 10 ग्राम रहा जबकि चांदी का भाव रुपये 40 ,500 प्रति किलोग्राम दर्ज किया। एक अनुमान के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले सोने चांदी के व्यापार में लगभग 30 से 35 प्रतिशत की कमी आयी है।