नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के तहत अब तक 20 लाख कंपनियों ने आॅनलाइन टैक्स का भुगतान किया है और शुक्रवार को समाप्त होने वाली समयसीमा से पहले करीब 30 लाख और रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। जीएसटी नेटवर्क के चेयरमैन नवीन कुमार ने कहा कि टैक्स फाइलिंग की व्यवस्था का देखरेख कर रही जीएसटी नेटवर्क भीड़ से निपटने के लिए अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रखी है।
पिछले सप्ताह अंतिम समय में कर रिटर्न दाखिल करने वालों की भीड़ बढ़ने के कारण जीएसटीएन पोर्टल ठप हो गया था। इसके कारण टैक्स फाइल करने की समयसीमा बढ़ाकर 25 अगस्त की गई। कुमार ने कहा करीब 48 लाख टैक्स पेयर्स ने पोर्टल पर बिक्री आंकड़ा सेव करके रखा है। इसमें से 20 लाख रिटर्न फाइल कर चुके हैं और टैक्स का भुगतान कर चुके हैं। 21 अगस्त तक 10 लाख कंपनियों की तरफ से टैक्स के रूप में 42000 करोड़ रुपए आए हैं। ये टैक्स केंद्र जीएसटी, राज्य जीएसटी और एकीकृत जीएसटी के साथ कार और तंबाकू जैसी विलासिता और अहितकर वस्तुओं पर उपकर के जरिए आए हैं।