नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो ने अब तक के सबसे ऊंचे ट्रैक पर ट्रॉयल किया। दिल्ली मेट्रो के तीसरे चरण के तहत 59 किलोमीटर लंबाई वाला मजलिस पार्क-शिव विहार कॉरीडोर बन रहा है। इसके साउथ कैंपस और दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के बीच का ट्रैक सबसे ऊंचा है, जो कि धौलाकुंआ के पास एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के ऊपर से गुजर रहा है। ट्रैक की ऊंचाई 23.6 मीटर है। यह लगभग सात मंजिला इमारत के बराबर है।
इससे पहले कड़कड़डूमा के पास 19 मीटर ऊंचाई तक का ट्रैक बन चुका है। इसे बनाने में न ही एयरपोर्ट लाइन मेट्रो को रोका गया और न ही रिंग रोड-सरदार पटेल के बीच यातायात बाधित हुआ। यह दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन की इंजीनियरिंग का शानदार नमूना है। ट्रैक में तीन स्तरीय यातायात व्यवस्था दिखाई देगी। सबसे नीचे सड़क, उसके ऊपर एक्सप्रेस लाइन और उसके ऊपर तीसरे चरण की नई मेट्रो लाइन। इसमें छह सिविल इंजीनियर, दो सेफ्टी एक्सपर्ट और अन्य डिपार्टमेंट के भी इंजीनियरों को लगाया गया है।
एयपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का रखा गया ध्यान
इस नई लाइन और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के बीच 11.90 मीटर का अंतर है। एयरपोर्ट लाइन जमीन से 11.70 मीटर ऊंची है। इसमें इस बात का भी पूरा ख्याल रखा गया है कि एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन को बिजली आपूर्ति करने वाली लाइन पर कोई संकट न आए। इसके अलावा यह लाइन तीन और स्थानों पर पहले और दूसरे चरण में बने मेट्रो कॉरीडोर के ऊपर से गुजर रही है। मजलिस पार्क-शिव विहार लाइन चार स्थानों पर दूसरे ट्रैक के ऊपर से गुजर रही है।
चार स्थानों पर ऊपर से गुजर रही ट्रेन
- कड़कड़ड़ूमा में यमुना बैंक-वैशाली लाइन के ऊपर से।
- मयूर विहार में द्वारका सेक्टर 21-नोएडा सिटी सेंटर लाइन के ऊपर से।
- आनंद विहार में यमुना बैंक-वैशाली लाइन के ऊपर से।
- धौलाकुंआ में एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के ऊपर से।