मुंबई। आमदनी के मुकाबले व्यय ज्यादा बढ़ने के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया को 30 जून को समाप्त तिमाही में 576.76 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 599.81 करोड़ रुपए तथा इस साल 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 591.77 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
बैंक ने आज यहां निदेशक मंडल की बैठक के बाद परिणामों की घोषणा की। उसने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी कुल आमदनी 3.12 प्रतिशत बढ़कर 6,870.78 करोड़ रुपए पर पहूंच गई है। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 6,662.68 करोड़ रुपए रही थी।
हालांकि, इस दौरान उसका कुल व्यय 6,076.78 करोड़ रुपए से बढ़कर 6,420.09 करोड़ रुपए हो गया। आलोच्य तिमाही में उसकी परिसंपत्ति की गुणवत्ता और खराब हुई है। सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) गत 31 मार्च के 17.81 प्रतिशत से बढ़कर 18.23 प्रतिशत पर पहुंच गई। शुद्ध एनपीए भी 10.20 प्रतिशत से बढ़कर 11.04 प्रतिशत पर पहुंच गया। एनपीए तथा अन्य मदों में 1,269.02 करोड़ रुपए का प्रावधान करने के कारण बैंक को नुकसान हुआ है।
इस दौरान ब्याज से प्राप्त आय 4,290.94 करोड़ रुपए से घटकर 3,559.11 करोड़ रुपए रह गई। खुदरा तथा थोक बैंकिंग कारोबार से बैंक की आमदनी घटी है जबकि ट्रेजरी कारोबार से प्राप्त आय में इजाफा हुआ है।