नई दिल्ली। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने चालू वित्त वर्ष में हवाई अड्डा संबंधी इंफ्रास्ट्रक्चर पर करीब ढाई हजार करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा है। प्राधिकरण ने नागर विमानन मंत्रालय के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है जिसमें मौजूदा वित्त वर्ष में कुछ लक्ष्य तय किए गए है। इनमे हवाई अड्डा इंफ्रास्ट्रक्चरों पर 2,493 करोड़ रुपए के खर्च का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हवाई अड्डा इंफ्रास्ट्रक्चरों में टर्मिनल भवनों तथा रनवे का निर्माण और संचार एवं नेविगेशन सिस्टम तथा सुरक्षा संबंधी उपकरणों की खरीद शामिल है।
उल्लेखनीय है कि सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना 'उड़ान' के तहत कई छोटे हवाई अड्डों/हवाई पट्टियों को नियमित वाणिज्यिक परिचालन के लिए विकसित किया जाना है। इसके अलावा कुछ हवाई अड्डों का निर्माण कार्य पहले से ही प्रगति में है। वित्त वर्ष के दौरान शुद्ध लाभ 12.5 प्रतिशत बढ़ाना, पूँजीगत परियोजनाओं को बिना लागत बढ़ाए समय पर पूरा करना और हवाई अड्डा टर्मिनलों की क्षमता का कम से कम 95 प्रतिशत इस्तेमाल करना भी सहमति पत्र में वर्णित लक्ष्यों का हिस्सा है। साथ ही विमानों की ईंधन खपत और यात्रा में लगने वाले समय को कम करने के लिए दो एटीसी क्षेत्रों के बीच छोटे से छोटे मार्गों को अपनाना भी प्राधिकरण के लक्ष्य में है।
प्राधिकरण की तरफ से उसके अध्यक्ष गुरुप्रसाद महापात्रा और मंत्रालय की तरफ से नागर विमानन सचिव राजीव नयन चौबे ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।