रायपुर। जीएसटी के कारण परिवहन विभाग में अब काम कराना महंगा हो गया है। ऑनलाइन पेमेंट पर लगने वाले टैक्स के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस की फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है। लेकिन इसका असर सीधे आम लोगों पर पड़ रहा है। अफसरों के मुताबिक ड्राइविंग लाइसेंस आदि बनवाने पर फीस के साथ जीएसटी भी जोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से 5 से 10 फीसदी अधिक रकम उपभोक्ताओं को खर्च करनी पड़ रही है।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने के बाद से दफ्तर के सारे ऑनलाइन सिस्टम को स्मार्ट चिप लिमिटेड कंपनी ने सर्विस टैक्स जीएसटी के स्लैब के मुताबिक अपडेट कर दिया है। ऑनलाइन पेमेंट पर लगने वाला टैक्स 15 से बढ़कर 18 प्रतिशत हो गया है। वहीं पहले लर्निंग लाइसेंस की फीस टैक्स मिला कर 472 रूपए लगती थी। वह अब बढ़कर करीब पांच सौ रूपए हो गई है। अफसरों का कहना है कि ड्राइविंग लाइसेंस और छोटे कामों पर इसका असर कम पड़ेगा। लेकिन दूसरे कामों जैसे बकाया टैक्स भरना आदि पर इसका असर पड़ेगा।