नई दिल्ली। धनशोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत ने बुधवार को भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ नया गैरजमानती वॉरंट जारी किया। बैंक से लिए गए कर्ज में कथित फर्जीवाडे के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही धनशोधन की जांच के सिलसिले में यह वॉरंट जारी किया गया।
निदेशालय के विशेष वकील हितेन वेनेगांवकर ने कहा, करीब 900 करोड़ के आईडीबीआई-केएफए बैंक कर्ज के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन की जांच के सिलसिले में माल्या और आठ अन्य के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया है। निदेशालय ने कहा था कि माल्या ब्रिटेन में है और पहले भी एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। पीएमएलए की विभिन्न धाराओं के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने 57 पन्ने का आरोप-पत्र दायर किया है। माल्या, किंगफिशर एयरलाइंस, यूनाइटेड ब्रेवरीज (होल्डिंग) लिमिटेड, अब निष्क्रिय हो चुकी एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों और कार्यकारियों तथा आईडीबीआई बैंक सहित कुल नौ को इस मामले में आरोपी बनाया गया है।