नई दिल्ली। भारत में चलाए जाने वाले बुलेट ट्रेनों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग वॉशरूम के साथ वेस्टर्न टॉयलेट सिस्टम होंगे। रेलवे ने पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत 5,000 करोड़ रुपए की लागत पर जापान से 25 ई-5 शीन्कसेन सीरीज वाली बुलेट ट्रेनों का आयात करने का फैसला किया है।
स्तनपान के लिए भी अलग से होंगे कमरे
इस ट्रेन में बच्चों को स्तनपान कराने और बीमार यात्रियों के लिए अलग-अलग कमरे होंगे। बुलेट ट्रेन में यात्रियों को अलग-अलग टॉयलेट सिस्टम मिलेगा। इसमें वेस्टर्न टॉयलेट, गर्म पानी की सुविधा और श्रृंगार के लिए ट्रिपल मिरर से लैस पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग वॉशरूम होंगे।
डायपर धोने के लिए सिंक की सुविधा
इसके अलावा बच्चों के डायपर बदलने और धोने के लिए सिंक की सुविधा मौजूद होगी। इस बुलेट ट्रेन को आने वाले दिनों में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड कारीडोर में चलाया जाएगा। इसके अलावा इस इस हाई स्पीड बुलेट ट्रेन में 10-कोच में व्हीलचेयर वाले यात्रियों के लिए दो अतिरिक्त-शौचालय होंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे ने बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत एक लाख करोड़ रुपए जारी किए हैं।