नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैठक के बाद कहा कि इस बारे में जानकारी दी कि जीएसटी कंपोजिशन एकमुश्त योजना का लाभ 75 लाख रुपए सालाना का कारोबार करने वाले छोटे व्यापारी, विनिर्माता और रेस्तरां कारोबारियों के लिए होगी। पहले यह सीमा 50 लाख रुपए थी।
वित्तमंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद ने 66 तरह के प्रोडक्ट्स पर टैक्स की दरें घटाई हैं। हालांकि 133 तरह की चीजों पर टैक्स घटाने के ज्ञापन मिले थे। इसके साथ ही कंप्यूटर प्रिंटर पर जीएसटी की दर 28 की जगह 18 प्रतिशत की गई। वहीं इंसुलिन, अगरबत्ती पर जीएसटी दर घटाकर आठ प्रतिशत, स्कूल बैग पर टैक्स 28 प्रतिशत रहेगा।
इसके अलावा काजू पर टैक्स 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है। अचार, चटनी, सॉस और डिब्बाबंद फूड पर टैक्स की दर को 18 प्रतिशत से घटाकर 12 किया गया है। स्कूली बच्चों के कलर और ड्राइंग बुक पर टैक्स को 12 प्रतिशत से घटाकर जीरो कर दिया गया है। अब इन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
उन्होंने कहा कि इंसुलिन की दर को 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी किया गया है। बच्चों के स्कूल बैग पर 28 की जगह 18 फीसदी की दर लागू होगी। जब जेटली से सेनेटरी नेपकीन्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
सरकार 1 जुलाई से जीएसटी लागू करने के अपने दावे को पूरा करने के लिए काफी तेजी से काम कर रही है।
अन्य वस्तुओं और सामानों पर भी बदलाव किया गया है-
- छुरी-कांटे पर टैक्स को 18 से घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है।
- ट्रैक्टर के कुछ सामानों पर टैक्स को 28 से घटाकर 18 कर दिया गया है।
- वित्तमंत्री ने कहा कि सिनेमा के टिकटों पर जीएसटी की दो दरें हैं. एक कैटेगिरी से 100 रुपये या उसके नीचे के टिकटों की है, जबकि दूसरी कैटेगिरी 100 रुपये से ऊपर के टिकट है।
- 100 रुपए से ऊपर के सिनेमा टिकटों पर 28 प्रतिशत टैक्स लगेगा, जबकि 100 रुपए से नीचे वाले टिकटों पर टैक्स की दर 18 प्रतिशत होगी।