मुंबई। सोने की राउंड-ट्रिपिंग पर लगाम कसने और बैंकों की रकम का निर्यात के लिए दुरुपयोग रोकने के इरादे से सरकार 24 कैरट आभूषणों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रही है। जब सोने को एक निश्चित कीमत पर किसी को बेचा जाता है और बाद में उससे उसी कीमत पर उसे वापस खरीद लिया जाता है, तो इसे राउंड ट्रिपिंग कहते हैं।
हालांकि भारत में 24 कैरट के आभूषण नहीं बनते, इतने शुद्घ सोने का इस्तेमाल सिक्कों और छड़ों में ही किया जाता है। दुनिया भर में चीन के अलावा कहीं और 24 कैरट के आभूषण नहीं चलते। कुछ खास निर्यात कंपनियां ही इनका निर्यात करती हैं और इनमें रिफाइनिंग तथा गढ़ाई के अलावा कोई भी मूल्यवर्धन नहीं किया जाता है।
राउंड-ट्रिपिंग पर लगाम लगाने की तैयारी में सरकार
वित्त मंत्रालय सख्त किसी समय देश में सालाना 100 टन सोने की राउंड ट्रिपिंग का अनुमान लगाया जाता था, लेकिन वित्त मंत्रालय का ध्यान अब इस पर है और वह सख्ती बरत रहा है, क्योंकि कंपनियां निर्यात के लिए मिले सस्ते कर्ज का इस्तेमाल दूसरे कामों में ही करती हैं। उद्योग सूत्रों का कहना है कि ऐसे सोने में मूल्यवर्धन बहुत कम होता है और उसकी खपत करने वाले देश भारत से आयात ही नहीं करते। उन्होंने कहा कि सरकार अगर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है तो असली निर्यातकों को किसी तरह की तकलीफ नहीं होगी।