नई दिल्ली। भारतीय आईटी कंपनियों में की गई छंटनियां पहले से भिन्न नहीं हैं और इस क्षेत्र में कुल मिला भर्तियां छंटनी से ज्यादा ही रहेंगी। यह बात एक रिपोर्ट में कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल के छंटनी भी सोचसमझ कर रही की जाएगी और इस मामले में ‘आटोमेशन’ का प्रभाव महत्वपूर्ण होगा।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपने शोध नोट में कहा, हमारा मानना है कि घरेलू आईटी क्षेत्र में कर्मचारियों की संख्या में ये समायोजन पिछले सालों से कोई विशेष रप से भिन्न नहीं हैं। आईटी क्षेत्र में शुद्ध रूप से भर्तियां ज्यादा ही रहेंगी तथा ये संख्याएं इस उद्योग की आय में वृद्धि के हिसाब से सोच समझ के साथ तय होंगी। भारतीय आईटी कंपनियां आम तौर पर वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन के बाद 1-3 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करती हैं।