नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के इतिहास में रविवार को एक और अध्याय जुड़ गया। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग से आंध्र प्रदेश में एसी विस्टाडोम कोच वाली देश की पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेन विशाखापट्टनम से किरंदुल के बीच चलेगी। सफर के दौरान ट्रेन अराकू घाटी (हिल स्टेशन) से भी गुजरेगी।
नए अल्ट्रा लग्जरी कोच ग्लास प्रूफ हैं। इनमें 360 डिग्री घूमने वाली सीटें, आॅटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और जीपीएस बेस्ड इनफोटमेंट सिस्टम लगाया गया है। विंडो और छत के ज्यादातर हिस्से में कांच लगे होने से टूरिस्ट-पैसेंजर 128 किलोमीटर लंबे सफर में प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठा सकेंगे। कांच की छत वाली स्विट्जरलैंड की ट्रेनों की तर्ज पर ये लग्जरी कोच डिजाइन किए गए हैं।
पूर्वोत्तर में भी जल्द होगी ऐसी ट्रेन
इस अवसर पर प्रभु ने कहा कि टूरिज्म को बढ़ावा करने के लिए देश में पहली बार विस्टाडोम कोच की शुरुआत हुई है। यहां फिलहाल, एक कोच लगाया है, कुछ दिन बाद दूसरा भी लगेगा। नॉर्थ-ईस्ट के कुछ ट्रेन रूट से गुजरने वाली ट्रेनों में भी ये कोच लगाए जाएंगे।
इन सुविधाओं से लैस
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन, रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड आॅर्गनाइजेशन और इंटीग्रल कोच फैक्टरी ने मिलकर इन्हें डिजाइन किया है। एलईडी लाइट्स, मल्टी-टियर लगेज रैक और मॉडर्न इनफोटमेंट सिस्टम भी लगाया गया है। एक कोच पर 3.38 करोड़ रुपए खर्च हुए। 40 लोग बैठ सकते हैं। चेन्नई की इंटिग्रल कोच फैक्टरी में इन्हें तैयार किया गया है।