नई दिल्ली। आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद काले धन का पता लगाने के लिए क्लीन मनी अभियान का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। इसके तहत 60,000 नोटिस जारी किए जाएंगे। सीबीडीटी ने इस बाबत कहा कि आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद से 28 फरवरी तक 9334 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है।
9,334 करोड़ की अघोषित आय का पता लगाया
आयकर विभाग की नीति निर्माता इकाई केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा है कि उसने नौ नवंबर 2016 से इस वर्ष 28 फरवरी के बीच करीब 9,334 करोड़ की अघोषित आय का पता लगाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी।
तीन साल में 1.37 लाख करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी
राजस्व विभाग पिछले तीन वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष कर दोनों में 1.37 लाख करोड़ रपये से अधिक कर चोरी तथा 1,000 से अधिक मुखौटा कंपनियों की पहचान की है जो 13,300 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन में शामिल थी।
245 बेनामी लेन-देन की पहचान
विभाग ने कहा कि संशोधित बेनामी सौदा निषेध कानून के तहत 245 बेनामी लेन-देन की पहचान की गयी है और 124 मामलों में 55 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क की है। यह कानून नवंबर 2016 में प्रभाव में आया। राजस्व विभाग ने कुल 23,064 तलाशी लिये गये।
कुल 3,893 लोग गिरफ्तार
इसमें 69,434 करोड़ रुपये आयकर विभाग, 11,405 करोड़ रुपये सीमा शुल्क, 13,952 करोड़ रुपये केंद्रीय उत्पाद तथा 42,727 करोड़ रुपये मूल्य के सेवा कर चोरी शामिल हैं। साथ ही 2,814 मामलों में आपराधिक अभियोजन शुरू किया गया। इसमें 1,066 आयकर से जुड़े मामले हैं। कुल 3,893 लोगों को गिरफ्तार किया गया।