मुंबई। बैंकों तथा निर्यातकों की डॉलर लिवाली और घरेलू पूँजी बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के पैसा लगाने से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 27 पैसे की छलाँग लगाकर 20 महीने के उच्चतम स्तर 64.26 रुपए प्रति डॉलर पर पहुँच गया। भारतीय मुद्रा तीन दिन में 76 पैसे मजबूत हो चुकी है।
गत दिवस यह 35 पैसे की तेजी के साथ 64.53 रुपए प्रति डॉलर रही थी। रुपए पर आरंभ में आज दबाव रहा। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर की मजबूती और घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट से रुपया 10 पैसे टूटकर 64.63 रुपए प्रति डॉलर खुला। कुछ ही देर में यह 64.65 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक उतर गया। लेकिन एफपीआई के पूँजी बाजार में पैसा लगाने और बैंकों की डॉलर बिकवाली से रुपए को बल मिला और एक समय यह 64.17 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुँच गया।
कारोबार की समाप्ति पर गत दिवस की तुलना में 27 पैसे की मजबूती के साथ यह 11 अगस्त 2015 के बाद के उच्चतम स्तर 64.26 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने बताया कि एफपीआई के पूँजी बाजार में 28.32 करोड़ डॉलर लगाने और बैंकों की डॉलर बिकवाली से रुपया मजबूत हुआ है। हालाँकि, शेयर बाजार की गिरावट और दुनिया की अन्य छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर की बढ़त ने इसकी तेजी पर लगाम रखी।