नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने खाते में न्यूनतम राशि नहीं रखने पर खाताधारकों से अधिक शुल्क तो वसूलना शुरू कर ही दिया है, इसी के साथ ही अब ग्राहकों को चेकबुक और लॉकर के लिए भी अधिक राशि देना होगी। एसबीआई द्वारा की गई बढ़ोतरी के बाद अब अन्य बैंक भी ऐसा ही कर सकते हैं।
लॉकर 13वीं बार खोला तो...
बैंक ने लॉकर किराए में इजाफा किया है। साथ ही एक साल में लॉकर के उपयोग की संख्या भी 12 कर दी है। 13वीं बार इस्तेमाल करने पर ग्राहकों को 100 रुपए के साथ सर्विस टैक्स देना होगा।
50 चेक के बाद प्रति चेक पेज तीन रुपए
चेक बुक के मामले में चालू खाताधारकों को एक वित्त वर्ष में 50 चेक मुफ्त मिलेंगे। उसके बाद उन्हें चेक के प्रति पन्ने के लिए 3 रुपए यानी 25 पन्नों वाली चेक बुक के लिए उन्हें 75 रुपए के साथ सर्विस टैक्स भी देना होगा।
इतनी राशि रखना जरूरी
अब छह महानगरों में एसबीआई की शाखा में मासिक आधार पर औसतन 5,000 रुपए रखना होंगे। वरना 50 से 100 रुपए तक का चार्ज लगेगा। शहरी और अर्ध-शहरी शाखाओं में न्यूनतम राशि क्रमश: 3,000 और 2,000 रुपए रखी गई है। ग्रामीण शाखाओं में 1,000 रुपए तय की गई है। ऐसा नहीं होने पर ग्रामीण ग्राहकों को 20 रुपए और शहरी तथा अर्ध-शहरी शाखाओं के ग्राहकों पर 50 रुपए पेनल्टी लगेगी।
20 लाख के होम लोन पर सालाना बचेंगे 2328 रुपए
बेस रेट 0.15 प्रश घटाया
स्टेट बैंक आॅफ इंडिया (एसबीआई) ने बेस रेट में 0.15 फीसदी की कटौती की है। यह 1 अप्रैल से लागू हो गया है। अब यह 9.25 से 9.10 फीसदी हो गया है। नए रेट के बाद 20 लाख के होम लोन की ईएमआई में सालाना 2328 रुपए की बचत होगी। वहीं पांच साल की अवधि वाले पांच लाख के कार लोन पर सालाना 444 रुपए बचेंगे। बेस रेट घटने का फायदा बैंक के पुराने ग्राहकों को मिलेगा। इससे अन्य लोन की ईएमआई भी कम होगी।