नई दिल्ली। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने की सरकार की कोशिशों का असर रेलयात्रियों पर साफ दिख रहा है। रेलवे की ई-टिकट बुकिंग की दर 62 फीसदी हो चुकी है।
रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आईआरसीटीसी की वेबसाइट को अपग्रेड किया है। रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाई ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि डिजिटल भुगतान को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
आईआरसीटीसी के सर्वर को अपग्रेड किया गया है। बढ़ी हुई क्षमता और नई विशेषता से वेबसाइट पर एक मिनट में 15 हजार टिकट बुक किए जा सकते हैं। इससे बुकिंग के दौरान सर्वर धीमा नहीं चलेगा और यात्री आसानी से टिकट बुक कर सकेंगे।
रेल यात्रियों को ई-टिकट बुकिंग के लिए आकर्षित करने के लिए सरकार ने स्लीपर श्रेणी में प्रति टिकट 20 रुपए और एसी श्रेणी में प्रति टिकट 40 रुपए का सेवा शुल्क पिछले साल ही हटा दिया है।
यात्रियों को यह सुविधा आगे भी मिलती रहेगी। नोटबंदी के बाद 23 नवंबर से 31 मार्च तक 184 करोड़ रुपए नहीं वसूले गए हैं।