नई दिल्ली। पैट्रोल ,डीजल के साथ चीनी तथा गेहूं की कीमतों में तेज बढ़ौतरी के कारण इस साल जनवरी में थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति की दर बढ़कर ढाई साल के उच्चतम स्तर 5.25 प्रतिशत पर पहुंच गई। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के मुताबिक, जनवरी 2016 में सालाना मुद्रास्फीति दर नकारात्मक 1.07 फीसदी रही थी।
हालांकि प्राथमिक वस्तुओं पर खर्च, जिसकी डब्ल्यूपीआई में सर्वाधिक रही इस सन्दर्भ में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल जनवरी की तुलना में इस साल जनवरी में पेट्रोल के दाम 15.66 प्रतिशत तथा डीजल के 31.10 प्रतिशत बढ़ गए हैं। इसके इनके अलावा चीनी 22.83 फीसदी और गेहूं 9.49 फीसदी तथा दालें 6.21 फीसदी महंगी हो गई हैं।
इस कारण आम आदमी को घर खर्च चलाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी माह में सब्जी के थोक दाम में पिछले साल जनवरी के मुकाबले 32.32 फीसदी की गिरावट रही। प्याज के थोक भाव में यह गिरावट 28.86 फीसदी तो आलू में 0.20 फीसदी की रही। वहीं गेहूं के थोक भाव में 9.49 फीसदी, दाल में 6.21 फीसदी, दूध में 4.19 फीसदी, फल में 3.58 फीसदी तो अंडा, मांस-मछली के थोक भाव में 3.59 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।