नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी के बाद बैंक खातों में 34 करोड़ रुपए जमा किए जाने के संबंधी आपराधिक मुकदमे के तहत कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंधक आशीष कुमार को गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने इस संबंध में दर्ज धन शोधन के मुकदमे की जांच के तहत यह गिरफ्तारी की है।
जानकारी के अनुसार, बैंक मैनेजर को हवाला कारोबारियों के साथ सांठगांठ के आरोप में गिरफ्तार किया गया हैं। दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग पर स्थित कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर की गिरफ्तारी पारसमल लोढ़ा और रोहित टंडन केस के सिलसिले में की गई है। मैनेजर पर आरोप है कि उसने हवाला कारोबारियों के कालेधन को सफेद करवाया है। नोटबंदी के बाद से बैंक में कई फर्जी बैंक अकाउंट्स से करोड़ों का लेन-देन किए जाने का मामला सामने आया है। पारसमल लोढ़ा कोलकाता का बड़ा बिजनसमैन है और उसे मुंबई में 25 करोड़ के पुराने नोटों को नए में बदलते समय पकड़ा गया था और बाद में दिल्ली लाया गया था। फिलहाल ईडी की टीम बैंक मैनेजर से पूछताछ कर रही है। बता दें कि दिल्ली पुलिस को रोहित टंडन के यहां छापेमारी में 13 करोड़ 56 लाख रुपए मिले थे, जिसमें दो करोड़ 61 लाख के नए नोट भी मिले थे। शाखा के प्रबंधक को कल देर रात पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बैंक के नया बाजार शाखा में नौ फर्जी बैंक खातों में 34 करोड़ रुपए जमा कराने के आरोप में पिछले सप्ताह दो लोगों को गिरफ्तार किया था। बैंक के एक प्रवक्ता ने तब बयान जारी कर कहा था कि ‘वह पुष्टि करता है कि उसके पास संबंधित प्राधिकार को लगातार जरूरी रिपोर्ट भेजने वाली प्रणाली मौजूद है, और उसमें यह खाते भी शामिल हैं।’ प्रवक्ता ने कहा था कि बैंक ने कोई भी फर्जी खाता होने से इनकार किया है। बैंक जांच एजेंसियों को पड़ताल में पूर्ण सहयोग कर रहा है।