नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के नए गर्वनर ऊर्जित पटेल ने मंगलवार को अपने कार्यकाल की पहली मौद्रिक समीक्षा पेश की। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती को ‘त्योहारी उपहार’ करार देते हुए वाहन कंपनियों ने उम्मीद जताई है कि इससे उपभोक्ताओं की धारणा को बल मिलेगा और मौजूदा त्योहारी सीजन में बिक्री बढ़ेगी।
इस कदम से मकान, कार रिण और कारपोरेट रिण के लिए ब्याज दरों में कमी आने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक ने रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया है, जो इसका छह साल का निचला स्तर है।
आरबीआई ने कैश रिजर्व रेश्यो यानी सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है और ये 4 फीसदी पर कायम है। आरबीआई ने दिसंबर 2016 तक महंगाई दर 5 फीसदी पर रहने की संभावना जताई है।
मारति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, उद्योग लंबे समय से इसकी प्रतीक्षा कर रहा था। यह पूरे वाहन उद्योग के लिए एक स्वागत योग्य कदम है। वहीं हुंदै मोटर इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने इसे रिजर्व बैंक की ओर से तोहफा बताया।
स्टार्ट अप के जरिए जुटा सकते हैं 30 लाख डॉलर
रोजगार के अवसर बढ़ाने और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के मकसद से रिजर्व बैंक ने कहा कि स्टार्ट अप किसी एक वित्त वर्ष में 30 लाख डॉलर तक की विदेशी वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) जुटा सकते हैं।
यह होता है रेपो रेट
रेपो रेट वह ब्याज दर है, जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है। इसमें कमी होने से बैंकों को कम ब्याज देना पड़ता है। बैंकों का ब्याज कम होने का फायदा आखिकर आम लोगों को होता है।