भोपाल। मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में युवाओं ने नौकरी करने के बजाय स्वयं का नया छोटा उद्यम लगाकर प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के मौके उपलब्ध कराए हैं। यहां आयोजित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्ममियों के सम्मेलन के समापन सत्र में रविवार शाम अपने अनुभाव साझा करते हुए स्टेबलाइजर, यूपीएस और इन्वर्टर बनाने वाली सुप्रीम इलेक्ट्रिकल फर्म के युवा उद्यमी रिषी गुप्ता ने बताया कि 60 लाख रुपए के निवेश की उनकी औद्योगिक इकाई में 20 व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है।
उन्हें खुशी है कि वे अब नौकरी नहीं बल्कि खुद का काम कर रहे हैं। सम्मेलन का शुभारंभ एक अक्टूबर को केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था। इसी प्रकार, सिवनी के विजय नंदन ने बताया मैं से दो साल पहले तक नौकरी किया करता था और मेरे घर की माली हालत काफी कमजोर थी।
मुझे तकनीकी ज्ञान तो था, लेकिन पूंजी के कमी बनी हुई थी। फिर मैंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के बारे में जाना और उसके लिये आवेदन किया। बैंक से मिलने वाले अनुदान और रिण के लिए बैंकर्स ने उनके प्रकरण में देरी की। लेकिन मुख्यमंत्री की पहल पर मेरा प्रकरण मंजूर हुआ। मैं एक्सल्ड बेटरी बना रहा हूं।
नंदन पिछले दिनों अपने उत्पाद के प्रदर्शन के लिये रूस गए थे। वह अपने कारोबार का विस्तार कर 200 लोगों को रोजगार देना चाहते हैं। इटारसी के एक युवा उद्यमी ने दिव्यांगों के लिए टू-व्हीलर में सपोर्ट सिस्टम लगाया है। दिव्यांगों के लिये यह सुरक्षित परिवहन का साधन है। दो पहिया वाहन में 14,000 रुपये से यह सपोर्ट सिस्टम लग जाता है। वह अपना व्यापार अन्य जिलों में भी फैलाना चाहते हैं।