नई दिल्ली। महत्वकांक्षी ‘पॉड टैक्सी’ परियोजना तेजी से आगे बढ़ने को तैयार है। सरकार ने इसे एनएचएआई के तहत क्रियान्वित करने का फैसला किया है और चार वैश्विक कंपनियां शुरूआती बोली में इसके लिए पात्र पायी गई हैं। परियोजना को ‘पर्सनल रैपिड ट्रांजिट’ या मेट्रिनो के नाम से जाना जाता है और वैश्विक स्तर पर यह अपनी तरह की अलग परियोजना है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा हम एनएचएआई के तहत 800 करोड़ रूपए की पायलट परियोजना को क्रियान्वित करने जा रहे हैं। मेरी शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू से मुलाकात हुई है और अंतत: हमने फैसला किया कि हम इसे एनएचएआई कानून के तहत क्रियान्वित कर सकते हैं।
पूर्व में इस बात पर गौर किया गया कि इसे ट्रामवे कानून के तहत क्रियान्वित किया जाए या फिर एनएचएआई कानून के अंतर्गत। मंत्री ने बताया कि चार शुरूआती निविदाएं मिली हैं और सरकार जल्दी ही मेट्रिनो परियोजना के लिए वित्तीय बोली आमंत्रित करेगी। इसके तहत यात्री राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बिना चालक के रस्सी के सहारे चलने वाले ‘पॉड’ के जरिए यात्रा कर सकेंगे। पायलट परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग आठ (एम्यिंस माल के समीप) पर दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग पर इसे चलाया जाएगा। इसे राजीव चौक, इफको और सोहना रोड होते हुए बादशाहपुर तक ले जाया जाएगा। इस पर करीब 800 करोड़ रूपए का खर्च आएगा।