नई दिल्ली। अब ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) में अपना अंशदान करने वाले कर्मचारियों को इसके ब्याज में 0.2 फीसदी कटौती का सामना करना पड़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक सरकार चाहती है कि बीते वर्ष के 8.80 फीसदी ब्याज की तुलना में इसे 8.60 कर दिया जाए। अगर ऐसा होता है तो ईपीएफओ में जमा रकम पर अंशधारकों को कम ब्याज मिलेगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ईपीएफओ के चार करोड़ से ज्यादा अंशधारक हैं। ईपीएफओ द्वारा 2015-16 में वित्त मंत्रालय के 8.70 फीसदी ब्याज देने की सिफारिश के बावजूद 8.80 फीसदी की दर से जमा पर ब्याज दिया गया था। लेकिन अब यह जानकारी सामने आ रही है कि सरकार चालू वित्त वर्ष में इस जमा रकम पर मिलने वाले ब्याज को 8.60 फीसदी कर सकती है।
सूत्रों की मानें तो वित्त मंत्रालय चाहता है कि श्रम मंत्रालय ईपीएफ पर ब्याज को अपने अधीन अन्य लघु योजनाओं के मुताबिक ही रखे। दोनों मंत्रालयों के बीच मौजूदा वित्त वर्ष में ब्याज दर को 8.60 फीसदी रखने को लेकर तकरीबन सहमति बन चुकी है।