नई दिल्ली। बैंकों का लगभग 9000 करोड़ रुपए कर्ज लेकर फरार हुए कारोबारी विजय माल्या भारत वापस आना चाहते हैं। दिल्ली की एक अदालत में उन्होंने कहा कि वो आने के लिए तैयार हैं लेकिन भारत सरकार ने उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया है। जिसके चलते उनका यहां आना संभव नहीं हो पाया।
विजय माल्या के वकील ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया कि वो भारत आना चाहते हैं। लेकिन उनका पासपोर्ट भारत सरकार रद्द कर चुकी है, इसलिए इन हालातों में माल्या भारत नहीं आ सकते। माल्या के वकील ने कोर्ट में पेशी से छूट की अर्जी लगाई है, जिस पर कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा है। पटियाला हाउस कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई 4 अक्टूबर को करेगा।
दिल्ली की जिस अदालत में विजय माल्या ने शुक्रवार को पेश नहीं होने के कारण के रूप में पासपोर्ट नहीं होने का तर्क दिया, वह उनके खिलाफ वर्ष 2000 में विदेशी मुद्रा कानून का उल्लंघन करने के मामले की सुनवाई कर रही है। वित्तीय अपराधों पर नज़र रखने वाले प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उन्होंने फॉर्मूला वन रेस में अपनी कंपनी किंगफिशर का प्रचार करने की खातिर विदेशी कंपनियों को किए भुगतान के लिए ज़रूरी स्वीकृतियां नहीं ली थीं। फॉर्मूला वन रेस में वह फोर्स इंडिया टीम के मालिक हैं।