नई दिल्ली/भोपाल। 10 प्रमुख श्रमिक संगठनों की 12 सूत्रीय मांगों को लेकर देशव्यापी हड़ताल का असर ट्रांसपोर्ट, मैन्युफैक्चरिंग, बंकिंग समेत तमाम सेवाओं पर दिखा। इस हड़ताल की वजह से कुल 16000-18000 करोड़ रुपए के कारोबार पर असर होने का अनुमान है। इस हड़ताल में बैंक, बीमा, डाक, परिवहन, बाजार, खनन उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में कामकाज ठप रहा।
हालांकि कुछ इमरजेंसी सेवाओं को हड़ताल में शामिल नहीं किया गया। श्रम संगठनों द्वारा की गई इस हड़ताल में मप्र के करीब 40 हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे, इससे करीब 5 लाख करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। वहीं देशभर में करीब 18 करोड़ कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने की बात सामने आई है।