इस्लामाबाद-क्वेटा। बलूचिस्तान के क्वेटा के एक अस्पताल में आत्मघाती विस्फोट में 70 लोगों के मारे जाने पर पूरे पाकिस्तान में शोक की लहर है तथा वकीलों ने अपने साथियों की हत्या का विरोध करते हुए अदालतों का बहिष्कार किया और धरना दिया। पाकिस्तान में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया। सरकार ने राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। क्वेटा के एक अस्पताल में आपातकालीन वार्ड के बाहर एकत्र हुए 200 वकीलों की भीड़ में सोमवार को एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था
जिसमें 40 वकीलों सहित 70 लोग मारे गए और करीब 150 घायल हो गए। ये वकील अपने एक वरिष्ठ साथी की गोली मारकर हत्या किए जाने बाद अस्पताल के आपातकालीन कक्ष के बाहर एकत्र हुए थे। तालिबान के एक धड़े जमातुल अहरार और इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
पाकिस्तान बार काउंसिल ने एक बयान में कहा पूरे देश में वकील क्वेटा में सोमवार को हुई वकीलों की हत्या के विरोध में अदालती कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे। क्वेटा में सभी कारोबार बंद रहे। हमले में दो फोटो पत्रकार भी मारे गए। मीडिया संगठनों ने पत्रकारों की सुरक्षा की मांग की है। स्थानीय पुलिस का कहना है
कि हमले में मारे गए ज्यादातर लोगों को कल सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। बलूचिस्तान पुलिस ने प्रांतीय सरकार से कहा कि वह इस हमले की जांच के लिएा संयुक्त जांच दल का गठन करे। हमले के बादसोमवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की और सभी सुरक्षा एजेंसियों को आदेश दिया कि वे आतंकवादियों का सफाया करने के लिए पूरी ताकत से जवाब दें।