मुंबई। विजय माल्या की अगुवाई वाली किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व मुख्यालय किंगफिशर हाऊस की नीलामी आज भी नहीं हो सकी क्योंकि कोई भी खरीददार सामने नहीं आया। अब हाऊस का मूल्य घटाकर 135 करोड़ रूपए किया गया है।
बैंकरों का कहना है कि उन्हें इस हाऊस का आरक्षित मूल्य और घटाना पड़ सकता है। मार्च में इसका आरक्षित मूल्य 150 करोड़ रुपए था और तब भी नीलामी नहीं हो सकी थी।
यह हाऊस एयरपोर्ट के निकट है और इसे ‘प्राइम प्रोपर्टी’ माना जाता है। किंगफिशर हाऊस का निर्मित क्षेत्र 17,000 वर्गफीट से अधिक का है और यह विले पार्ले में स्थित है।
भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में 17 बैंकों का समूह इस संपत्ति को बेचने की कोशिश कर रहा है। इस समूह का किंगफिशर एयरलाइंस पर 9,000 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है।
सूत्रों ने कहा, किंगफिशर हाऊस के लिए एक भी बोली नहीं मिली। उन्होंने मौजूदा आरक्षित मूल्य को भी उंचा बताते हुए कहा कि इसमें और कमी की जरूरत है। कुछ बैंकों ने माल्या को ‘विलफुल डिफाल्टर’ घोषित किया है।