मुंबई। कारोबारी विजय माल्या के भारत आने के इंतजार में बैठे उन्हें कर्ज देने वाले बैंक तथा कर विभाग के अधिकारी अब उनकी बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस की 700 करोड़ रूपए मूल्य की संपत्ति की अगले महीने नीलामी कराने जा रहे हैं। जिन सामानों के लिए समुचित बोली लगाने वालों का इंतजार है
उसमें मुंबई हवाईअड्डे के पास ही स्थित किंगफिशर एयरलाइंस का पुराना मुख्यालय किंगफिशर हाउस, कंपनी की कारें एवं कार्यालय फर्नीचर, माल्या का आलीशान जेट, दावतों के आयोजन के लिए मशहूर गोवा में किंगफिशर विला तथा ह्यफ्लाई विद गुड टाइम्सह्ण समेत कंपनी के कई ब्रांड और ट्रेडमार्क शामिल हैं।
इन संपत्तियों की नीलामी का यह दूसरा प्रयास है। कंपनी पर हजारों करोड़ रूपए के बकायों की वसूली के प्रयासों के तहत इन सम्पपत्तियों की पहले कराई गयी नीलामी ठंडी रही थी। माल्या के निजी जेट विमान की नीलामी सेवा कर विभाग तथा अन्य संपत्तियों की नीलामी बैंक करार रहे हैं जिनका जिनका किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाया 9,000 करोड़ रूपए से उपर पहुंच गया है। इसमें कर पर ब्याज भी शामिल है। पूर्व की नीलामी में बोलीदाताओं के नहीं आने के बाद लगभग सभी संपत्तियों के लिए आरक्षित मूल्य को कम कर दिया गया है।
भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में 17 बैंकों का समूह मुंबई में किंगफिशर हाउस, किंगफिशर का लोगो समेत एयरलाइंस का ट्रेडमार्क और ब्रांड की फिर से नीलामी कर रहा है। बैंकों का समूह चार अगस्त को किंगफिशर हाउस की नीलामी करेगा। इसके लिए आरक्षित मूल्य कम कर 135 करोड़ रूपए किया गया है। इससे पहले मार्च में विर्ले पार्ले स्थित 17,000 वर्ग फुट में बने इस संपत्ति के लिये 150 करोड़ रपये आरक्षित मूल्य रखा गया था लेकिन कोई बोलीदाता सामने नहीं आया।