नई दिल्ली। आसियान देशों के बीच क्षेत्रीय वृहद आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) में शामिल होने से इनकार के सरकार के फैसले का उद्योग जगत तथा व्यापारियों ने एक सुर में समर्थन करते हुये कहा है कि यह देशवासियों के हित में है। उद्योग संगठन फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने कहा, ‘‘आरसीईपी में शामिल होने से इनकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का फिक्की पूरी तरह समर्थन करता है। प्रस्तावित समझौते में भारत की कई ंिचताओं पर ध्यान नहीं दिया गया है तथा कई मसलों का समाधान नहीं किया गया है।
आरसीईपी को लेकर हाल के दिनों में इस्पात, प्लास्टिक, ताँबा, एल्युमीनियम, मशीन उपकरण, कागज, वाहन, रसायन, पेट्रो-रसायन तथा कई अन्य क्षेत्र ंिचता जता चुके हैं। मैं प्रधानमंत्री के इस कदम की सराहना करता हूँ।’’ अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैट) ने भी बैंकॉक सम्मेलन में आरसीईपी को लेकर ‘‘सात करोड़ छोटे व्यापारियों के हितों की रक्षा’’ के लिए सरकार की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इससे घरेलू व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।