भोपाल। मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश के रायसेन, धार और दमोह जिले में आठ नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और दो औद्योगिक इकाइयों का विस्तार करने के लिये उद्योग संवर्धन नीति के अन्तर्गत सुविधाएं देने का निर्णय लिया है। इन औद्योगिक इकाइयों के जरिये प्रदेश में 6013 करोड़ 90 लाख रूपये का पंजी निवेश होगा। इन इकाइयों में से रायसेन जिले में दो, धार जिले में तीन तथा दमोह जिले में एक औद्योगिक इकाई स्थापित होगी। साथ ही, रायसेन जिले में दो औद्योगिक इकाइयों का विस्तार होगा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार उद्योग संवर्धन नीति के अंतर्गत रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील के ग्राम सिमरई में 175 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से फर्मास्क्यूटिकल्स एवं हेल्थ केयर प्रोटेक्ट परियोजना और 300 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से पर्सनल केयर प्रोडक्ट परियोजना की स्थापना की जा रही है। धार जिले के पीथमपुर स्मार्ट इण्डस्ट्रियल पार्क में 1788 करोड़ 50 लाख रुपये के पूंजी निवेश से रेडियल टॉयर निर्माण इकाई, ग्राम करोंदिया में 425 करोड़ 40 लाख रुपये के पूंजी निवेश से सीमेंट विनिर्माण परियोजना और 225 करोड़ रुपये के स्थाई पूंजी निवेश से बायर राड विनिर्माण परियोजना की स्थापना की जा रही है।
दमोह जिले में 1400 करोड़ रुपये के स्थाई पूंजी निवेश से 2.20 मिलियन टन प्रतिवर्ष क्षमता का इंटीग्रेटेड सीमेंट प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा रायसेन जिले में मेसर्स प्रोक्टर एण्ड गेम्बल होम प्रोडक्ट प्रा.लि. की विद्यमान इकाई का 500 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से विस्तार किया जा रहा है। इसी के साथ मण्डीदीप में मेसर्स एचईजी लिमिटेड द्वारा 1200 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से परियोजना का विस्तार किया जा रहा है। उद्योग संवर्धन नीति-2014 (यथा संशोधित 2018) में औद्योगिक इकाइयों को प्रथम चरण में भवन, प्लांट और मशीनरी पर स्थाई पूंजी निवेश पर 20 से 40 प्रतिशत तक प्रोत्साहन सहायता प्रदान की जायेगी। प्रोत्साहन सहायता राशि अधिकतम 200 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होगी।