मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में गत सप्ताह की बड़ी बढ़त के बाद आने वाले सप्ताह में निवेशकों की नजर वैश्विक कारकों के साथ ही रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद होने वाली घोषणाओं और बुनियादी उद्योगों तथा वाहनों की बिक्री के आंकड़ों से तय होगी। अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार द्वारा एक के एक की गयी कई घोषणाओं के दम पर बीते सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 807.95 अंक यानी 2.13 प्रतिशत चढ़कर सप्ताहांत पर 38,822.57 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 238.20 अंक यानी 2.11 प्रतिशत की बढ़त में 11,512.40 अंक पर बंद हुआ।
मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों ने लिवाली की। बीएसई का मिडकैप आलोच्य सप्ताह में 1.03 प्रतिशत चढ़कर शुक्रवार को 14,265.99 अंक पर और स्मॉल कैप 0.97 की बढ़त में 13,331.93 अंक पर पहुंच गया। आने वाले सप्ताह में घरेलू स्तर पर बुनियादी उद्योगों के उत्पादन सूचकांक के आंकड़े और वाहनों की थोक बिक्री के आंकड़े जारी होने हैं। निवेशकों की नजर खासकर वाहनों की बिक्री के आंकड़ों पर होगी। देश की विनिर्माण जीडीपी में लगभग 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले वाहन उद्योग में पिछले एक साल से गिरावट देखी जा रही है। इनके अलावा विदेशी शेयर बाजारों और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कोई बड़ा उतार-चढ़ाव होता है तो उसका असर भी घरेलू बाजार पर दिख सकता है। पिछले सप्ताह पांच में से तीन कारोबारी दिवस बाजार में तेजी रही जबकि दो दिन गिरावट देखी गयी।