नई दिल्ली। देश में सोने की कीमतें लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है। पिछले कई दिनों से सोने की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला है। ऐसे में आपके पास मोटा मुनाफा पाने का अच्छा मौका है, क्योंकि एफडी पर भी अब रिटर्न तेजी से कम हुए हैं। पिछले एक साल के दौरान एफडी पर ब्याज दरें 1 फीसदी तक कम हो गई हैं। वहीं, गोल्ड से जुड़ी ईटीएफ स्कीम में पैसा लगाने वालों को 38 फीसदी तक का रिटर्न मिले है। वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोने की कीमतों में अब तेजी थमने की फिलहाल उम्मीद नहीं आ रही है। ऐसे में आपके पास गोल्ड ईटीएफ में पैसा लगाकर मोटा रिटर्न हासिल करने का मौका है।
आइए जानें गोल्ड ईटीएफ के बारे में - क्या होता है गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) म्यूचुअल फंड का ही एक प्रकार है, जो सोने में निवेश करता है। इस म्यूचुअल फंड योजना की यूनिट्स स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होती हैं।
FD पर अब मिल रहा है सिर्फ 7.9% मुनाफा - एक साल की अवधि के लिए अगर आप RBL बैंक में FD करते हैं तो 7.9 फीसदी की दर से आपके रकम 10 हजार रुपये से बढ़कर 10,814 रुपये हो जाएगी। वहीं, इसी तरह आप लक्ष्मी विलास बैंक की एफडी में पैसा लगाते हैं तो ये रकम 7.75 फीसदी दर से मिले ब्याज के बाद बढ़कर 10,798 रुपये हो जाएगी। आपको बता दें कि इसके अलावा देश के अन्य बैंक अब 7 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं।
मिल रहा है तीन गुना ज्यादा रिटर्न - Kotak World Gold Fund ने एक महीने में 32 फीसदी रिटर्न दिया है। इसके बाद DSP World Gold Fund ने एक साल के दौरान 38 फीसदी रिटर्न दिया है। गोल्ड फंड्स के लिए एक साल का औसत सीएजीआर रिटर्न 26 फीसदी है।
अभी भी है मौका - सोने की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी यही ट्रेंड है। जून में सोना 1,300 डॉलर प्रति औंस पर था। अगस्त में यह बढ़कर 1,500 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। घरेलू बाजार में जून महीने में सोना 33,000 रुपये के स्तर पर था। वहीं अगस्त में यह अपने सर्वोच्च स्तर 38,000 रुपये पर पहुंच गया। अगस्त में 10 दिनों के भीतर सोना करीब सात फीसदी चढ़ चुका है। आगे भी एक्सपर्ट्स भारत में सोने की कीमतें 41 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंचने का अनुमान लगा रहे है।
मिल रहा है तीन गुना ज्यादा रिटर्न - एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर्फ रिटर्न हासिल करने के लिए सोने में निवेश नहीं करना चाहिए। इसे सभी के पोर्टफोलियो में रिस्क डायवर्सिफायर (जोखिम को डायवर्सिफाई करने वाली स्कीम) के तौर पर होना चाहिए। गोल्ड ईटीएफ बहुत प्राइस एफिसिएंट हैं। गोल्ड ईटीएफ खुदरा स्तर पर होलसेल मार्केट प्राइस की एफिसिएंसी को लाता है। इसमें आपको सोने को फिजिकल तरीके से रखने की भी झंझट नहीं होती है। सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इसे जब चाहे बाजार के मूल्य पर बेच सकते हैं।
गोल्ड ईटीएफ इन फायदों के बारें में शायद ही जानते हों आप - केडिया कमोडिटी के हेड अजय केडिया ने न्यूज18 हिंदी को बताया कि गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का आधुनिक, कम खर्चीला और सुरक्षित साधन है। इसमें आपके द्वारा खरीदे हुए यूनिट आपके डीमैट खाते में जमा होते हैं। जब भी इन्हें भुनाना हो तो आप अपने गोल्ड ईटीएफ की कीमत के बराबर नकदी ले सकते हैं। कुछ गोल्ड ईटीएफ स्कीम्स में आपको मैच्योरिटी के समय बराबर कीमत का सोना लेने का विकल्प भी मिलता है।