नई दिल्ली। सरकार ने आज राज्यसभा में कहा कि निजी भागीदारी से हवाई अड्डों का संचालन फायदे में आया है और इससे आम नागरिकों को सेवा देना संभव हुआ है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवंतपुरम और मेंगलूर में निजी भागीदारी को सैद्धांतिक रुप से सहमति दी गयी है।
इनमें से तीन अहमदाबाद, लखनऊ और मेंगलूर हवाई अड्डे को अडाणी इंटरप्राईजेज लिमिटेड को सौंपने के लिए लेटर आॅफ अवार्ड जारी किया गया है। पुरी ने कहा कि हवाई अड्डों को ‘बेच दिया’ कहना सही नहीं है। हवाई का केवल वाणिज्यिक परिचालन ही निजी कंपनी को दिया जाता है। सुरक्षा तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्य सरकार के पास रहते हैं।
उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों का चयन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निविदायें जारी की जाती हैं और संबंधित प्रक्रिया भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण पूरी करता है। एक अन्य पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए श्री पुरी ने कहा कि उडान योजना का संचालन मांग के आधार पर किया जा रहा है। किसी संबंधित स्थान से उडान शुरू करने के लिए अध्ययन और सर्वेक्षण किया जाता है।