वाशिंगटन। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 के लिए भारत का विकास अनुमान घटाकर क्रमश: सात प्रतिशत और 7.2 प्रतिशत कर दिया है। आईएमएफ की मंगलवार को जारी ‘वैश्विक आर्थिक परिदृश्य, जुलाई 2019’ में मौजूदा और अगले वित्त वर्ष दोनों के लिए भारत का विकास अनुमान 0.3 प्रतिशत कम किया गया है। अप्रैल में जारी रिर्पोट में 2019-20 में भारत की विकास दर 7.3 प्रतिशत और 2020-21 में विकास दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में घरेलू माँग कमजोर रहने की आशंका है और इसलिए विकास अनुमान में कमी की गयी है। चीन का विकास अनुमान वर्ष 2018 और 2019 दोनों के लिए 0.1 प्रतिशत घटाकर क्रमश: 6.2 प्रतिशत और छह प्रतिशत किया गया है। वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में आईएमएफ ने कहा है कि अप्रैल में जारी रिपोर्ट के बाद से वैश्विक विकास धीमा रहा है। इस दौरान अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध और गहरा गया है, ब्रेग्जिट को लेकर अनश्चितता कायम है तथा भू-राजनैतिक तनावों के बीच कच्चे तेल की कीमत बढ़ने की आशंका है। इन कारकों की वजह से 2018 का वैश्विक विकास अनुमान 0.1 प्रतिशत घटाकर 3.2 प्रतिशत और 2019 का अनुमान 0.1 प्रतिशत घटाकर 3.3 प्रतिशत किया गया है।