नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि देश में सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढावा देने तथा किसानों की आय एक लाख रुपए सालाना करने के लिए उनकी ऊसर भूमि पर सौर ऊर्जा पार्क बनाने की योजना है और इसकी शुरुआत इसी माह के अंत तक कर दी जाएगी। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने गुरुवार को लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार का मकसद न सिर्फ सौर ऊर्जा को बढावा देना है बल्कि इससे किसानों को जोड़कर उनकी आय के स्रोतों में इजाफा करना भी है। सिंह ने कहा कि इस योजना के तहत किसान अपनी बंजर जमीन पर सौर ऊर्जा पार्क लगाएंगे।
किसानों के पास यदि सौर ऊर्जा पार्क विकसित करने के लिए पैसा नहीं है तो इसके लिए निवेशकों के माध्यम से पार्क विकसित किया जा सकता है और इन सौर ऊर्जा पार्कों में जो बिजली पैदा होगी उसको सरकार तीन से चार रुपए प्रति यूनिट की दर से खरीदेगी जिससे किसान को दो मेगावाट बिजली के उत्पादन क्षमता वाली भूमि के माध्यम से एक लाख रुपए तक की सालाना आमदनी हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2022 तक 175 लाख गीगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
इसमें सौ गेगावाट सौर ऊर्जा और 75 गेगावाट पवन, जैव एवं लघु पन बिजली के माध्यम से पैदा की जाएगी। सरकार का अक्षय ऊर्जा का यह लक्ष्य समय पर हासिल हो सके इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब तक इस दिशा में 50 फीसदी उपलब्धि हासिल की जा चुकी है और इस क्रम में जिस गति से काम चल रहा है उसने भारत को दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सबसे तेजी से काम करने वाला देश बना दिया है।