हैदराबाद। देश में पिछले कुछ समय से लोगों के आधार डेटा के चुराने की खबरें सामने आती रहती हैं। इसी कड़ी में साइबराबाद में एक नया मामला सामने आया है। यहां सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी आईटी ग्रिड्स के द्वारा लोगों का आधार डेटा चोरी करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार यह कंपनी लोगों के डाटा का इस्तेमाल तेलुगू देशम पार्टी का सेवा मित्र ऐप डिवेलप करने के लिए कर रही थी। सूत्रों के अनुसार, ये डेटा एक रिमूवेवल स्टोरेज में रखे गए थे, जो आधार ऐक्ट का उल्लंघन है। संदेह है कि कंपनी ने यह डेटा गैर-कानूनी ढंग से हासिल किए हैं, जिसके बाद इस मामले को एसआईटी को स्थानांतरित किया जा सकता है, जो कथित डेटा चोरी के मामलों की जांच कर रही है। आईटी कंपनी के ऑफिस से मिले हार्ड डिस्कों के विश्लेषण के बाद यह बात सामने आई है कि कंपनी के पास तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के 7.8 करोड़ से अधिक निवासियों के आधार से संबंधित आंकड़े हैं। इस डेटाबेस की संरचना और साइज ठीक उसी तरह है, जैसा कि वकऊअक के पास होता है।
छापेमारी में मिले थे सबूत
यूआईडीएआई के डिप्टी डायरेक्टर टी. भवानी प्रसाद ने इस शिकायत में कहा, 'अब तक की जांच से यह सामने आया है कि सेवा मित्र ऐप संदेहास्पद रूप से वोटर प्रोफाइलिंग, टागेर्टेड कंपेनिंग और यहां तक कि मतदाताओं का मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के वोटरों की चुराई गई सूचनाओं तथा आधार डेटा का इस्तेमाल कर रहा था। आईटी ग्रिड के ठिकानों पर तलाशी ली गई, जिस दौरान सात हार्ड डिस्क और अन्य डिजिटल सबूतों को जब्त किया गया है।'
टीडीपी के सेवा मित्र ऐप के लिए इस्तेमाल
जब इन गैजेट्स को टीएसएफएसएल के पास जांच के लिए भेजा गया, तो उन्होंने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया कि उनमें भारी मात्रा में डेटा हैं और उनका व्यापक स्तर पर विश्लेषण करने की जरूरत है। भवानी प्रसाद ने कहा, 'टीएसएफएसएल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब्त किए गए हार्ड डिस्क में भारी तादाद में लोगों के आधार से जुड़े आंकड़े हैं। आगे जांच करने पर पता चला कि उसमें 78,221,397 लोगों के आधार से जुड़े आंकड़े हैं, जिनका इस्तेमाल आईटी ग्रिड्स ने सेवा मित्र ऐप बनाने के लिए किया।'