25 Apr 2024, 18:59:00 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
Business

बैंक ऑफ बड़ौदा बना देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 1 2019 11:17AM | Updated Date: Apr 1 2019 11:17AM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। दो सरकारी बैंकों विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हो गया है। ये विलय आज 1 अप्रैल से प्रभावी है। इन दोनों बैंकों के विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। आज बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 2.5 फीसदी की तेजी के साथ 132 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।
 
विलय के बाद विजया बैंक और देना बैंक की सभी शाखाएं सोमवार से बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के तौर पर काम करने लगी हैं। रिजर्व बैंक ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘विजया बैंक और देना बैंक के उपभोक्ताओं को एक अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा का उपभोक्ता माना जाएगा।’ केंद्र सरकार ने अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिये बैंक ऑफ बड़ौदा को 5,042 करोड़ रुपए देने का पिछले सप्ताह निर्णय लिया था।
 
विलय की योजना के तहत विजया बैंक के शेयर धारकों को प्रत्येक एक हजार शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर मिलेंगे। देना बैंक के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक एक हजार शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे।
 
विलय के बाद संयुक्त निकाय का कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपए का होगा। यह भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। इस विलय के बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या कम होकर 18 रह जायेगी।
 
देश के बैंकिंग क्षेत्र में 31 मार्च 2019 को समाप्त हो रहे इस वित्त वर्ष के दौरान कई अहम पहल की गईं। विजया बैंक और देना बैंक का बैंक आफ बड़ौदा में विलय करने के साथ ही सरकारी क्षेत्र के आईडीबीआई बैंक में सरकार की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को हस्तांतरित कर दिया गया। 
 
वित्त सेवाओं के विभाग ने वर्ष के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में रिकार्ड 1.06 लाख करोड़ रुपए की पूंजी भी डाली। इसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आफ इंडिया, कारपोरेशन बैंक, इलाहाबाद बैंक सहित पांच बैंक रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई निगरानी से बाहर निकल आये। इस दौरान बैंकों की गैर- निष्पादित राशि (एनपीए) राशि में 2018- 19 की अप्रैल- सितंबर तिमाही में 23,860 करोड़ रुपए की कमी आई।
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »