नयी दिल्ली। आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा अन्य सेवाओं के महंगा होने से फरवरी में खुदरा मूल्य आधारित महंगाई की दर चार महीने बाद फरवरी में बढ़कर 2.57 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पहले अक्टूबर 2018 से जनवरी 2019 के दौरान लगातार चार महीने इसमें गिरावट देखी गयी। जनवरी में यह 1.97 प्रतिशत रही थी। पिछले साल फरवरी में 4.44 प्रतिशत रही थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, गत फरवरी में एक साल पहले के मुकाबले सब्जियों, फलों, चीनी और कन्फेक्शनरी उत्पाद तथा दालें सस्ती होने से खाद्य खुदरा महंगाई 0.66 प्रतिशत ऋणात्मक रही। फरवरी 2018 की तुलना में फरवरी 2019 में सब्जियों के दाम 7.69 प्रतिशत, चीनी और कन्फेक्शनरी उत्पादों के 6.92 प्रतिशत, फलों के 4.62 प्रतिशत और दालें तथा उनके उत्पाद 3.82 प्रतिशत सस्ते हुये हैं।
इसके बावजूद आवास तथा सेवाओं के महंगा होने से महंगाई की दर बढ़ी है। फरवरी में आवास 5.10 प्रतिशत, स्वास्थ्य सेवाएं 8.82 प्रतिशत, शिक्षा 8.13 प्रतिशत, घरेलू उत्पाद एवं सेवाएं 6.29 प्रतिशत, मनोरंजन के साधन 5.54 प्रतिशत और सौंदर्य प्रसाधन 5.01 प्रतिशत महंगे हुये। खान पान की अन्य वस्तुओं में मांस और मछली 5.92 फीसदी, गैर-अल्कोहलिक पेय पदार्थ 3.89 प्रतिशत और खाने-पीने की तैयार चीजें एवं मिठाइयाँ 3.54 प्रतिशत महंगी हुईं। कपड़े तथा जूते-चप्पलों की महंगाई दर 2.73 फीसदी रही।