नई दिल्ली। कर्मचारियों के वेतन से आयकर काट कर सरकारी खजाने में जमा नहीं कराने के लिए चार बड़े बिजनेस घरानों समेत 1400 नियोक्ताओं को कानूनी नोटिस जारी किया गया है। वित्त मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कर्मचारियों तथा अन्य से स्रोत पर कर (टीडीएस) लेकर सरकार के पास जमा नहीं कराने के मामले में चालू वित्त वर्ष में कुल 1400 नियोक्ताओं को कानूनी नोटिस दिये गये हैं। इनमें चार ऐसी बड़ी कंपनियाँ भी शामिल हैं जिन्होंने 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का टीडीएस काटा है, लेकिन सरकार के पास जमा नहीं कराया है। हालाँकि, उसने इन घरानों के नाम नहीं बताये हैं।
मंत्रालय ने मीडिया में आई इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है कि मुंबई आयकर विभाग छोटे कारोबारियों को निशाना बनाते हुये उन्हें कानूनी नोटिस जारी कर रहा है। उसने बताया कि पिछले एक महीने में सिर्फ 50 बड़े मामलों में ही कानूनी नोटिस जारी किया गया है। इनमें 10 प्रतिशत मामलों में एक करोड़ से ज्यादा की टीडीएस की चोरी की गयी है। 80 प्रतिशत मामलों में यह रकम 10 लाख से एक करोड़ रुपये के बीच और 10 प्रतिशत मामलों में पाँच लाख से 10 लाख के बीच है।
केंद्रीय आयकर विभाग का कहना है कि 130 करोड़ की आबादी वाले देश में हर वर्ष छह करोड़ लोग आयकर रिटर्न भरते हैं जिनमें से चालू वित्त वर्ष में मात्र 1,400 को कानूनी नोटिस जारी किया गया है। इसे किसी भी प्रकार छोटे कारोबारियों को परेशान करने का मामला नहीं ठहराया जा सकता।