भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाक रुझान से यह साफ होता जा रहा है कि भाजपा या कांग्रेस में से किसी को बहुमत नहीं मिल रही है। रुझान ने यह भी साफ कर दिया है कि मध्य प्रदेश के सत्ता की चाबी अखिलेश-मायावती के हाथ में होगी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए मतगणना जारी है और रुझानों में बीजेपी-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही रही है। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक गिने जा चुके मतों में से दोनों ही पार्टियों के हिस्से अभी तक 41-41 वोट आए हैं।
मध्य प्रदेश में बहुमत के लिए 116 का जादुई आंकड़ा चाहिए और फिलहाल दोनों ही पार्टियां 110 के आस-पास नजऱ आ रही हैं ऐसे में बाकी बची 10 सीटों पर जो बसपा और सपा के कैंडिडेट आगे चल रहे हैं उनके हाथ में सत्ता की चाभी नजऱ आ रही है। इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट के मुताबिक 4 सीटों पर बसपा जबकि 2 सीटों पर सपा आगे चल रही है जबकि 1 सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आगे है।
सिर्फ भोपाल संभाग छोड़ दें तो बाकी सभी संभागों में बीजेपी को कांग्रेस ने पटखनी दी है। सिर्फ भोपाल की 36 सीटों में से 21 पर बीजेपी और 14 पर कांग्रेस आगे चल रही हैं। महाकौशल की 38 सीटों की बात करें तो 20 कर कांग्रेस और 16 पर बीजेपी बढ़त बनाए हुए हैं।
विंध्य की 30 सीटों में से 13 पर कांग्रेस और 11 पर बीजेपी, बुंदेलखंड की 26 सीटों में से 13 पर कांग्रेस और 12 पर बीजपी जबकि ग्वालियर-चंबल की 34 में से 17 सीटों पर कांग्रेस जबकि 13 सीटों बीजेपी आगे है। इन सभी संभागों में 15 सीटों पर अन्य दल भी आगे चल रहे हैं।
शुरूआती रुझानों में भले ही बीजेपी आगे चल रही थी लेकिन 11 बजे तक कांग्रेस उससे काफी आगे निकल गई है। रुझानों की माने तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ भी बीजेपी के हाथ से फिसलते नजऱ आ रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों में से 35 सीट अनुसूचित जाति जबकि 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
मध्य प्रदेश में इस बार बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 227, शिवसेना 81 और समाजवादी पार्टी (सपा) 52 सीटों पर चुनावी मैदान में है।