लंदन। भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या सोमवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर अदालत में फिर से पेश होगा। माल्या के प्रत्यर्पण के मुकदमे पर फैसला आ सकता है। इसके अलावा सीबीआई और ईडी की ज्वाइंट टीम ब्रिटेन के लिए रवाना हो गई है। इस मामले को पहले सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना देख रहे थे। ठप खड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख रहे 62 वर्षीय माल्या पर करीब 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और धन शोधन का आरोप हैं।
अभी जमानत पर है
पिछले साल अप्रैल से प्रत्यर्पण वॉरंट के बाद से माल्या जमानत पर है। हाल ही में माल्या ने ट्वीट कर कहा था कि मैंने एक भी पैसे का कर्ज नहीं लिया। कर्ज किंगफिशर एयरलाइंस ने लिया। कारोबारी विफलता की वजह से यह पैसा डूबा है। गारंटी देने का मतलब यह नहीं है कि मुझे धोखेबाज बताया जाए। माल्या ने कहा कि मैंने मूल राशि का 100 प्रतिशत लौटने की पेशकश की है। इसे स्वीकार किया जाए।
पिछले साल शुरू हुई थी कार्यवाही
2 मार्च 2016 को देश से फरार हो चुके विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर लंदन में केस चल रहा है। भारत सरकार ने माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर साल 2017 के अंत में कानूनी कार्यवाही शुरू की थी। भारत लंबे वक्त से माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रहा है। इससे पहले भी सीबीआई समेत दूसरे अधिकार लंदन जा चुके हैं। यहां तक कि लंदन में माल्या की गिरफ्तारी भी हो चुकी थी, लेकिन उसे जमानत मिल गई थी। अब देखना होगा कि जांच एजेंसियां कब तक सफल हो पाती हैं।